नई क़लम - उभरते हस्ताक्षर

Sunday, February 23, 2020

ज़िन्दगी का झाँसा

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खामोश सी खामोशी हो गई कुछ सपने जबसे छोड़कर चले गए आँखों की स्याही भी अब सूखने लगी है लाल स्याही आंखों से छूटने लगी है चेहरे की लकीरें गहरी हो...
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Sunday, December 8, 2019

कविता -अमित अकबरपुरी

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जीवन का सत्य मरण में है  बाक़ी सब कुछ विचरण में है , जो उदय हुआ वो अस्त भी है पागल मानव तो व्यस्त ही है  एक हवा भी आएगी इक दिन ले...
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Friday, December 6, 2019

नज़्में- दीपक मोहाल

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नज़्म १  (ख़ुदा) एक ही पैगाम था तो क्यू इजाद की गई ये अलग-अलग राहें? क्यू बांटना पड़ा एक ही पैगाम को अलग-अलग किताबों में? क्यू त...

बाल कविता

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चूहे की घड़ी  ========== टिक टिक टिक कौन  चूहा बैठा है मौन  बिल्ली से नाराज़ है  शैतानी से बाज़ है  खाना भी ना खाया है  मनाए उसे कौ...
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Monday, November 4, 2019

नफरतों के नाम

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Shilpi Chaudhary जी की रचना , आज के समाज की नफ़रतों के नाम  आज के नफ़रतों के समाज में मुहब्बत घोल दी आपने , याद रहे कोशिशें कभी नकामयाब नहीं ह...
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Saturday, October 12, 2019

तलाक़-मेरी कवितायें

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 शिखा परी तलाक तीन बार था पर वो सीधे रूह पे खंज़र की तरह  लगा कान फ़ाड़ कर किसीने खून निकाल दिया था जैसे मैंने होश संभाला, जोश भ...
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Sunday, February 11, 2018

जिक्र मोहब्बत का जो आये तो तेरी याद आये

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नग़मे इश्क़ के कोई गाये तो तेरी याद आये जिक्र मोहब्बत का जो आये तो तेरी याद आये यूँ तो हर पेड़ पे डालें हज़ारों है निकली टूट के कोई पत...
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Sunday, March 12, 2017

स्काईकैण्डल की सीईओ अदिती जोशी ‘नारी शक्ति सम्मान 2017’ से सम्मानित

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नई दिल्ली, 8 मार्च 2017 स्काई कैंडल की सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री अदिती जोशी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में...
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Thursday, March 2, 2017

चल रे मन ...................

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चल रे मन कहीं दूर चले जहां सिर्फ प्यार का संसार हो  ना सरहद का वार हो ना मज़हब की दीवार हो । ना बिजली का करन्ट हो ना काँटों का तार हो ।...
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Monday, February 20, 2017

"अब मदर्स डे पर पेन डायरी नही देते मेरे बच्चे"

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वो साल दो हज़ार सात का मदर्स डे था। मैं लंच निबटा कर बस थोड़ा आराम करने के लिए अपने कमरे में पहुंच किसी किताब के पन्ने पलट रही थी तभी देखा छ...
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Sunday, February 19, 2017

हम नहीं जानते और इस न जानने को उम्र भर जीते जाते हैं।

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हम नहीं जानते कि हम नहीं जानते और इस न जानने को उम्र भर जीते जाते हैं। महसूस करते हैं वो जो महसूस करने के इंजेक्शन समाजीकरण की प्रक्रिया ...
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