Friday, December 6, 2019

बाल कविता








चूहे की घड़ी 
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टिक टिक टिक कौन 
चूहा बैठा है मौन 


बिल्ली से नाराज़ है 
शैतानी से बाज़ है 
खाना भी ना खाया है 
मनाए उसे कौन...


घड़ी चुरायी बिल्ली ने 
खरीदी थी जो दिल्ली में 
बिल्ली से ये डरता है 
गली में बनता डॉन...

टिक टिक टिक.. कौन 
चूहा बैठा है मौन 

-मुबीना खान 
लखीमपुर खीरी 
उत्तर प्रदेश 

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